Dhan ki Kheti: धान की खेती कैसे करें? कम लागत में ज्यादा मुनाफा कामना है तो करें इस प्रकार खेती
Dhan ki Kheti: धान की खेती कैसे करें? पूरी जानकारी हिंदी में
भारत के करोड़ों किसानों की पहली पसंद Dhan ki Kheti है। यह ब्लॉग आपको बताएगा कि धान की खेती कैसे करें जिससे कम लागत में अधिक मुनाफा हो। इसमें आपको मिलेंगे उन्नत बीज, खाद प्रबंधन, सिंचाई विधि, कीट नियंत्रण और सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी।
1. Dhan ki Kheti क्या है और इसका भारत में महत्व
Dhan ki Kheti यानी चावल की खेती भारत में हजारों साल से की जा रही है। यह खरीफ सीजन की मुख्य फसल है और देश की खाद्य सुरक्षा का आधार भी।
मुख्य तथ्य:
-
भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा धान उत्पादक देश है।
-
यह खेती मानसूनी मौसम (जून-सितंबर) में होती है।
-
किसानों की आय का बड़ा हिस्सा इसी से आता है।
2. Dhan ki Kheti के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी
-
तापमान: 20°C से 35°C
-
मिट्टी: दोमट, चिकनी बलुई या जलधारण वाली मिट्टी
-
जलवायु: अधिक नमी और बारिश वाले क्षेत्र3
. 2025 में सर्वश्रेष्ठ 10 धान की वैरायटी (Top 10 Dhan Varieties 2025)
वैरायटी | अवधि | विशेषता |
---|---|---|
Pusa Basmati 1121 | 145 | लंबा दाना, सुगंधित, निर्यात योग्य |
MTU 1010 | 120 | अधिक उपज, सामान्य मौसम में उपयुक्त |
IR64 | 115 | रोगरोधी, सामान्य स्वाद |
Swarna Sub-1 | 130 | बाढ़ सहनशील |
Sahbhagi Dhan | 105 | सूखा सहनशील |
Jaya | 135 | पूरे भारत में लोकप्रिय |
Rajendra Bhagwati | 125 | रोग प्रतिरोधी |
BPT 5204 | 130 | अच्छा दाना और स्वाद |
DRR Dhan 45 | 120 | झुलसा रोग रोधी |
Sambha Mahsuri | 135 | मध्यम अवधि, उत्तम गुणवत्ता |
4. Dhan ki Kheti का तरीका: बुवाई और समय
बुवाई विधियाँ:
-
रोपाई विधि – 25 दिन पुरानी पौध को खेत में रोपें
-
सीधी बुवाई – बीजों को सीधे खेत में बोएं
-
SRI विधि – कम पौधों से अधिक उत्पादन
समय: जून से जुलाई (खरीफ), कुछ जगहों पर रबी में नंबर
5. Dhan ki Kheti में खाद और उर्वरक प्रबंधन (Fertilizer Management)
Step-by-Step खाद योजना:
-
भूमि की तैयारी:
-
10 टन जैविक खाद प्रति एकड़
-
हरी खाद या नीम खली शामिल करें
-
-
बुवाई के समय (बेसल डोज):
-
DAP: 50 किलो/एकड़
-
पोटाश: 20 किलो/एकड़
-
जिंक सल्फेट: 10 किलो/एकड़
-
-
टॉप ड्रेसिंग:
-
यूरिया 2 बार: (25 दिन और 45 दिन) – 35 किलो/एकड़ प्रति बार
-
आवश्यकतानुसार बोरॉन और सल्फर भी देख
-
6. Dhan ki Kheti में कीट एवं रोग नियंत्रण
|
|
---|---|
|
|
|
|
|
|
7. Dhan ki Kheti के लिए सिंचाई का सही तरीका
-
पहली सिंचाई: रोपाई या बुवाई के तुरंत बाद
-
दूसरी सिंचाई: 15-20 दिन बाद
-
महत्वपूर्ण: फूल आने के समय और दाना बनने पर
-
कटाई से 10 दिन पहले: सिंचाई बंद कर दे
8. कटाई और भंडारण
-
कटाई: जब बालियाँ 80-90% पक जाएं
-
सुखाना: धूप में अच्छी तरह
-
भंडारण: नीम पत्ती या कीटरोधी ट्रीटमेंट के साथ करें
.9 सरकारी योजनाएं और सब्सिडी (Schemes for Dhan ki Kheti)
-
PM Fasal Bima Yojana: फसल नुकसान पर मुआवजा
-
कृषि यंत्र सब्सिडी योजना: मशीनों पर 40-60% सब्सिडी
-
ई-नाम पोर्टल: ऑनलाइन फसल बिक्री की सुविधाजनक
10. क्यों करें Dhaki Kheti आधुनिक तरीके से?
-
उन्नत बीज, वैज्ञानिक विधि और सरकारी सहायता से Dhan ki Kheti में बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है।
-
SRI तकनीक, जैविक खाद, और समय पर सिंचाई-कीटनाशक से लागत घटाकर पैदावार बढ़ाई जा सकती है।
FAQs: Dhan ki Kheti से जुड़े सवाल
Q.1 – Dhan ki Kheti के लिए कौन-सी किस्म सबसे अच्छी है?
Ans: Pusa Basmati 1121, IR64, और Sahbhagi Dhan बेहतरीन किस्में हैं।
Q.2 – धान की खेती के लिए जरूरी खाद कौन-सी है?
Ans: यूरिया, DAP, पोटाश और जैविक खाद मुख्य हैं।
Q.3 – क्या सरकार Dhan ki Kheti में सब्सिडी देती है?
Ans: हाँ, बीमा और कृषि उपकरणों पर सब्सिडी दी जाती है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Thank you 🌹