S-400 डिफेंस सिस्टम क्या है? भारत की वायु सुरक्षा का अचूक कवच,क्या जानते हैं इसके बारे में
ब्लाग लेखक-विनोद कुमार :10 मई 2025
Air Defence System?
आज के दौर में जब भारत के दो पड़ोसी देश –चीन और पाकिस्तान – लगातार अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहे हैं, भारत के लिए एक मल्टी-लेयर एयर डिफेंस सिस्टम का होना अनिवार्य हो गया है। ऐसे में S-400 Triumf Missile System भारत की वायु रक्षा को अजेय बना रहा है।
S-400 डिफेंस सिस्टम क्या है? What is S-400 in Hindi
S-400 Triumf, रूस (Russia) द्वारा विकसित एक Surface-to-Air Missile System (SAM) है, जिसे पहले S-300 का अपग्रेड वर्जन माना जाता है। यह प्रणाली दुश्मन के लड़ाकू विमान (fighter jets), ड्रोन (UAVs), क्रूज़ मिसाइल (cruise missiles), और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइलों को भी हवा में नष्ट कर सकती है।
S-400 की प्रमुख विशेषताएं S-400 Features in Hindi
विशेषता | विवरण |
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Technology Used: AESA रडार, Command-and-Control Center, Long & Short Range Missile Batteries
भारत और रूस की डील: एक रणनीतिक निर्णय
भारत ने अक्टूबर 2018 में रूस के साथ लगभग ₹40,000 करोड़ ($5.43 Billion) की डील पर हस्ताक्षर किए। यह सौदा अमेरिकी दबाव (CAATSA Act) के बावजूद हुआ था।
अब तक की डिलीवरी:
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पहली यूनिट: दिसंबर 2021 – उत्तर भारत में तैनात
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दूसरी यूनिट: 2022
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तीसरी यूनिट: 2023
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बची हुई दो यूनिट्स 2026 तक पूरी होने की संभावना है (रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण डिले हुआ है)।
👉 Source: India Today, Eurasian Times
भारत में S-400 की तैनाती कहां हुई?
भारतीय वायु सेना (IAF) ने S-400 यूनिट्स को रणनीतिक रूप से ऐसे इलाकों में तैनात किया है जहां हवाई हमला सबसे अधिक संभव है:
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पश्चिमी सीमा (पाकिस्तान फ्रंट)
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उत्तर-पूर्वी सीमा (चीन फ्रंट – लद्दाख, अरुणाचल)
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राजधानी दिल्ली और परमाणु ठिकानों की सुरक्षा
S-400 बनाम अन्य डिफेंस सिस्टम
सिस्टम | देश | रेंज | ट्रैकिंग क्षमता | लागत |
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S-400 | रूस | 400km | 80 टारगेट्स | कम |
THAAD | अमेरिका | 200km | 50 टारगेट्स | महंगा |
Patriot PAC-3 | अमेरिका | 160km | 36 टारगेट्स | महंगा |
👉 Why India chose S-400?
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High coverage
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Multiple target handling
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Proven combat performance
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Better price-to-performance
चुनौतियाँ और आलोचनाएँ
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Russia-Ukraine War के चलते लॉजिस्टिक्स प्रभावित
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अमेरिकी प्रतिबंधों (CAATSA) का खतरा
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High maintenance cost
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भारत की स्वदेशी रक्षा प्रणाली के साथ अनुकूलता (integration issues)
➡ हालांकि भारत और रूस मिलकर अब भारत में ही S-400 के सर्विस सेंटर बनाने पर विचार कर रहे हैं, जिससे आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा।
भविष्य की दिशा: स्वदेशी डिफेंस सिस्टम
भारत DRDO के माध्यम से BMD (Ballistic Missile Defence) और AAD/PAD सिस्टम पर काम कर रहा है। भविष्य में यह S-400 जैसी या उससे भी उन्नत प्रणाली बना सकता है – जैसे कि S-500 Prometey।
क्यों S-400 भारत के लिए गेम चेंजर है?
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S-400 केवल एक मिसाइल सिस्टम नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक सुरक्षा का स्तंभ है।
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इसकी तैनाती से भारत ने एक स्पष्ट संदेश दिया है कि अब वह हर प्रकार के हवाई खतरों से निपटने में सक्षम है।
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भविष्य में यह सिस्टम भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति (National Security Doctrine) का अहम हिस्सा रहेगा।
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