SSC परीक्षा 2025 में भारी गड़बड़ी छात्रों का फूटा गुस्सा, TCS की मांग तेज, जानिए पूरा मामला
SSC Exam 2025 में गड़बड़ी क्यों बन गई बड़ी राष्ट्रीय समस्या?
SSC Exam Protest 2025 देशभर के छात्रों के लिए एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। इस साल की परीक्षाओं में कई तकनीकी गड़बड़ियां, सेंटर पर अव्यवस्था और नई एजेंसी Eduquity की लापरवाही के कारण लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है।
मुख्य कारण:
-
वेबसाइट क्रैश होना
-
परीक्षा कैंसिल होना
-
दूरदराज के परीक्षा केंद्र
-
नई एजेंसी पर भरोसे की कमीशन
1 अगस्त 2025 को Jantar Mantar पर हुआ बड़ा प्रदर्शन जाने क्या हुआ वहां
दिल्ली के जंतर मंतर पर हजारों छात्रों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। SSC Protest 2025 Delhi में पुलिस और छात्रों के बीच टकराव भी हुआ, जिससे मामला और गंभीर हो गया।
प्रदर्शन की मुख्य बातें | विवरण |
---|---|
प्रदर्शन स्थल | जंतर मंतर, दिल्ली |
प्रदर्शन की मांग | Eduquity को हटाना, TCS की वापसी |
पुलिस कार्रवाई | लाठीचार्ज, डिटेन करना, बुनियादी सुविधाओं की कमी |
SSC परीक्षा में छात्रों को किस तरह की तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं?
समस्या | विवरण |
---|---|
साइट हैंग | परीक्षा के समय पोर्टल बार-बार क्रैश होना |
सेंटर की लोकेशन | छात्रों को 1000+ KM दूर सेंटर मिलना |
केंद्र पर अव्यवस्था | पंखे, लाइट, वॉशरूम जैसी सुविधाएं नहीं |
Eduquity की विफलता | सर्वर स्लो, स्टाफ का बुरा व्यवहार, पहले से ब्लैकलिस्ट |
छात्र क्यों चाहते हैं कि TCS को दोबारा SSC परीक्षा की जिम्मेदारी दी जाए?
TCS (Tata Consultancy Services) ने कई वर्षों तक SSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं को सफलता से संचालित किया है। छात्र इसे दोबारा वापस लाना चाहते हैं क्योंकि:
- भरोसेमंद तकनmand अब एक ट्रेंड बन चुकी है। सोशल मीडिया पर भी #BringBackTCS ट्रेंड कर रहा है।
नीतू मैम ने किया खुलासा छात्रों के साथ क्या हुआ प्रदर्शन के दौरान?
नीतू मैम, जो खुद एक प्रतियोगी परीक्षाओं की कोच हैं, प्रदर्शन में मौजूद थीं। उन्होंने बताया:
-
"पुलिस ने बिना चेतावनी छात्रों पर हमला किया"
-
"छात्रों को पानी और वॉशरूम की सुविधा तक नहीं दी गई"
-
"उन्हें घंटों बस में घुमाया आया
SSC चेयरमैन गोपाल कृष्णन ने NDTV को बताया:
"हां, तकनीकी समस्याएं हुई हैं। लेकिन ये नई एजेंसी के शुरुआती दिनों की चुनौतियां (Teething Problems) हैं।"
सुधार की दिशा में कदम:
-
C-DAC को निगरानी में शामिल किया गया
-
हर परीक्षा के बाद डेटा एनालिसिस किया जा रहा
-
संदिग्ध मामलों में कार्रवाई की जा रही हैं
छात्रों का सवाल है कि जब एजेंसी पहले ही कई राज्यों में ब्लैकलिस्ट थी, तो उसे SSC परीक्षा का जिम्मा कैसे मिल गया?
SSC का जवाब:
-
एजेंसी का चयन टेंडर के जरिए हुआ
-
टेक्निकल और फाइनेंशियल क्षमता को देखा गया
-
निगरानी के लिए 4-5 संस्थाएं लगाई गई हैं
आगे क्या हो सकता है? छात्रों की उम्मीद और SSC की ज़िम्मेदारी
संभावित समाधान | विवरण |
---|---|
Eduquity पर कार्रवाई | शिकायतें बनी रहीं तो हटाई जा सकती है |
सेंटर की दूरी | भविष्य में कम की जाएगी |
निगरानी | C-DAC द्वारा हर सिस्टम की मॉनिटरिंग |
संवाद | छात्रों और SSC के बीच खुला संवाद ज़रूरी |
SSC परीक्षा विवाद से क्या सीख मिलती है?
SSC परीक्षा 2025 न केवल एक परीक्षा है, यह छात्रों के भविष्य का सवाल है। तकनीकी गड़बड़ियों, केंद्र की अव्यवस्था और जिम्मेदारी के अभाव ने छात्रों का भरोसा तोड़ा है। SSC को चाहिए कि वह त्वरित, पारदर्शी और छात्र-केंद्रित निर्णय ले।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Thank you 🌹